03 November 2010

ख्वाबो मे यादो का समंदर आया,
खुशियो का कोइ किनाराही आया.

हमारी कश्ति जब डूबने लगी.
तभी आपका कोइ खयाल आया,

डूबते हुए वो संभल ने लगी,
क्यूंकी हमारा तर्जुबा काम आया,

वो समंदर भी नही डूबा पाया,
क्यूंकी हमने समंदरको अपनाया.

No comments:

Post a Comment